सं.पु.यौ.
सं.बुद्धिबल
1.अपने बल-प्रयोग में बुद्धि या विवेक को काम में लेने की अवस्था। बुद्धि व बल के सामंजस्य की स्थिति।
- उदा.--मुल्क लेवणौ नूं लसकर, सेवक, हसम, समांन सै चाहिजै। पण सारां सूं बुद्धिबळ नूं भलौ जांणीजै।--नी.प्र.
2.बल व बुद्धि के द्वारा किया जाने वाला प्रयत्न।
- उदा.--लूटेहि लेत विवेक का डेरा बुद्धिबळ यदपि करूं बहुतेरा।--मीरां
3.बुद्धि का बल, ज्ञान बल।