सं.पु.
[सं.]
1.भेद, फर्क, अलगाव, विभिन्नता। क्रि.प्र.--करणौ-देणौ-पड़णौ-होणौ।
- कहावत--मिनखां मिनखां अंतर, केई हीरा केई पत्थर--मनुष्यों में अच्छे व बुरे दोनों होते हैं।
2.मध्यम की दूरी, फासिला, अवकाश.
3.दो घटनाओं के बीच का काल.
4.ओट, आड़, व्यवधान। क्रि.प्र.--करणौ-लाघणौ-पड़णौ।
7.छिद्र, छेद, रंध्र (वं.भा.)
[सं.अंतस]
9.हृदय, अंतःकरण।
- उदा.--जिकौ दोही पिता पुत्रां रौ मिळाप सुणि अंतर में एक जांणि तुरकां रौ तोम त्रासियौ--वं.भा.
[सं.अंतःपुर]
10.अंतःपुर, रनिवास (ना.डिं.को.)
वि.
अन्तर्धान, गायब। क्रि.प्र.--करणौ-होणौ।
क्रि.वि.
अन्दर, भीतर, बीच में।
- उदा.--डंकि निसीथ रुक्ख चढ़ि डाकी, अंतर दुरग गयौ एकाकी।--वं.भा.