वि.
सं.
जिसका जन्म न हुआ हो, स्वयंभू।
- उदा.--अलाव निरंजण अज अविकारी, व्याप रह्या सब जग मांहीं।--गी.रां.
2.क्रूर*। (डिं.को.) सं.पु.[सं.]
7.सूर्यवंशी राजा दशरथ के पिता.
8.बकरा, मेंढ़ा। सं.स्त्री.--
2.ज्योतिष में शुक्र की गति के अनुसार तीन नक्षत्रों की एक वीथि। क्रि.वि.[सं.अद्य, प्रा.अज्ज]
3.आज।
- उदा.--सुन स्वार विचार तजौ सब ही, अज कांम करौ सो करौ अब ही।--ऊ.का.