सं.स्त्री.
सं.यवानिका
सारे भारत में, विशेष कर बंगाल में, लगाया जाने वाला एक पौधा विशेष। इसके बीजों में एक विशेष प्रकार की महक होती है तथा स्वाद में तीक्ष्ण होते हैं। ये मसाले और दवा के काम आते हैं। भभके पर उतारने से इनमें से अर्क (अमूम का पानी) और तेल निकलता है।