वि.
सं.अद्भुत
1.अद्भुत, विलक्षण, विचित्र, अनोखा।
- उदा.--दान सरीखौ दूसरौ औखद नह अदभूत। हेक थकौ सारा हरै, महारोग मजबूत--बां.दा.
4.काव्य के नौ रसों के अंतर्गत एक रस विशेष जिसमें अनिवार्य विस्मय की पुष्टता होती है। इसका आलंबन अलौकिक पदार्थ, उद्दीपन, उसके गुणों का वर्णन तथा अनुभाव संभ्रमादिक है।