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अमल  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
अ.
1.अधिकार, शासन।
  • उदा.--भोमिया रावळ माला रौ अमल मांनै छै।--नैणसी
यौ.
अमलदस्तूर, अमलदारी, अमलबरामद।
2.व्यवहार, कार्य, आचरण का साधन.
3.नशा, आदत, लत.
4.प्रभाव, असर.
5.समय, वक्त।
  • उदा.--हिवै तीजै पहर कै अमल राजा बोलियौ।--चौबोली
6.नीला रंग.
7.आरम्भ.[रा.]
8.सिंह (ना.डिं.को.).
9.थकान मिटाना, दम लेना, विश्राम।
  • उदा.--1..ताहरां विजाणंद रै डेरै सयणी आयी, विजाणंद साम्हौ आयौ, आइनै रांम रांम कियौ, कह्यौ हालौ राज अमल करौ। ताहरां वीजाणंद सयणी नै डेरै ले गयौ।--सयणी री बात
  • उदा.--2..किउं ठाकुर अळगा वहउ, आवउ अमल करांह, म्हे पिण जास्यां नरवरइ, एकण साथ खड़ांह।--ढो.मा.
10.अफीम नामक एक मादक द्रव्य। पर्या.--अफीण, अफीम, आफू, कसनागरौ, काळागर, काळियौ, काळौ, किसनागर, कैफ, क्रस्नागर, तिजारसी, दांणवत, नागझाग, नागफैण, पोसत, सांवळियौ, सांवळौ। क्रि.प्र.--खाणौ-गळणौ-गळाणौ-जमाणौ-देणौ-लेणौ।
अल्पा.
अमलड़ौ। (रू.भै.--अमल्ल)।
यौ.
अमलदार, अमल री चिट्ठी, अमल रौ कोट। वि.[सं.अम्ल] खट्टा, तुर्श
(यौ.--अमलपित्त)
क्रि.प्र.--करणौ-जमाणौ-होणौ।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






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