वि.
वक्र, टेढ़ी, मुड़ी हुई।
- कहावत--1.आंटी टूटी गवां री रोटी--यद्यपि रोटी आँटी-टेढ़ी है पर गेहूँ की है.
- कहावत--2.कुत्ते की पूंछ दस वरस जमीं में राखी, निकाळी तौ फेर आंटी'र आंटी.
- कहावत--3.कुत्ते री पूंछ सदा आंटी री आंटी--जिस आदमी की बुरी आदत किसी प्रकार न छूटे।
1.ईर्ष्या, वैर, शत्रुता।
- उदा.--तिण रै च्यार बेटा, लायक सारीकै माथै, च्यारांई भायां आंटी करी, अहड़स हुई तरै वीच मांणसे फिरनै कह्यौ ''सिंघासण छत्र वीच मेलौ, च्यांरे ही भाई सिंघासण री पाखती वैसौ।--नैणसी
2.कुश्ती का एक पेंच विशेष।
3.उलझन, फंदा।
- उदा.--मूरख कूं समझाइये औगुण करि बूझे रे, आपा की आंटी पड़ी सति साच न सूझे रे।--ह.पु.वा.