सं.पु.
सं.ओजस्
1.बल, कौशल, प्रताप, पराक्रम।
- उदा.--या कुमणैती कंत री, और न पूगै ओज। चमठी खाली होवतां, नमठी चाली फौज।--वी.स.
3.वीरता आदि का आवेश पैदा करने वाला एक काव्य गुण.
4.शरीर के भीतर के रसों का सार भाग, काँति [रा.]
6.पशुओं के मरने पर उनके पेट में से निकलने वाला मैला.
7.उष्णता, गर्मी।
- उदा.--जानि दिवाकर जेठ मैं बहु ओज बढ़ाया।--वं.भा.