सं.पु.
1.मृतक के पीछे बारहवें दिन किया जाने वाला भोज (यौ.ओसर-मोसर) [सं.अवसर]
2.अवसर, मौका।
- उदा.--कद आसी पाछौ भलै यौ ओसर या बार।--सगरांमदास
- कहावत--1.ओसर चूकी डूमणी गावै ताळ-बेताळ--अवसर चूकी हुई डूमनी ताल-बेताल गाती है; अवसर निकल जाने के बाद काम ठीक-ठीक उत्साह से नहीं होता.
- कहावत--2.ओसर चूक्यां मोसर कोनी मिळै--गया हुआ समय दुबारा हाथ नहीं आता।