सं.पु.
अ.
1.जो तर्क वितर्क से सिद्ध बात को मान ले। कबूल करने वाला.
2.किसी बात या सिद्धान्त को मानने वाला।
- उदा.--थावै गज कायल खाय सथाप, झुकै घट घायल आय झुवाप।
2.तंग, हैरान।
- उदा.--कोई सिरदार रै लघु भाई विखौ कर नीकळियौ सो ठिकांणा नै कायल कीधौ।--वीर सतसई की टीका