सं.पु.
सं.कुबेर
यक्षों का राजा एक देवता। ये महर्षि पुलस्त्य के पोते और ऋषि विश्रवा के पुत्र थे। कुरूप होने के कारण कुबेर कहलाये। इनके 30 पैर व 8 दाँत माने जाते हैं। ये चतुर्थ लोकपाल हैं तथा भारद्वाज की कन्या देववर्णिनी इनकी माता है। नौ निधियों के ये भंडारी हैं। पर्याय.--अलकापत, उतरपत, उत्तरदिकपती, एकपिंग, एळविळी, कमळासी, कमेर, किंनरेस, किंपुरखेसर, कुमेर, कुवेर, जखराट, जखाधीस, जच्छप, दसतोदर, धनईस, धनंद, धनाधिप, नरधरमा, नरवाहण, निधि-ईसवर, पौलस्त, वैश्रवण, सितोदर, हरसखा।