सं.पु.
सं.
1.भाग, टुकड़ा, हिस्सा।
- मुहावरा--खंड-खंड करणौ--चकनाचूर करना।
2.देश, मुल्क (डिं.को.)
- उदा.--रांम-रांम रटतौ रहै, आठूं पोहर अखंड। सुमिरण सा सोदा नहीं, निरख देख नव खंड।--ह.र.
3.रत्नों का एक दोष विशेष.
4.शक्कर।
- उदा.--खायौ जाय खंड में, न खायौ जाय गुळ में।--ऊ.का.
9.महादेव (क.कु.बो., नां.मा.)
10.ग्रंथ का परिच्छेद या विभाग।
- उदा.--पदमनाभ पंडित मति कही, बीजा खंड समापति हुई।--कां.दे.प्र.
13.नौ की संख्या--बोध* (डिं.को.)