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खजूर
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.उ.लिं.
सं.खर्जूर
एक प्रकार का पेड़ जो गर्म देशों में समुद्र के किनारे या रेतीले मैदानों में होता है। इस जाति के पेड़ सीधे खंभे की तरह ऊपर चले जाते हैं। इसके फल स्वादिष्ट होते हैं। पर्याय.--खिजूर, खौडिया, जगभख, जायंति, ताळ, त्रणद्रुम, पड़द, परपत्रावळि पिचकिच।
कहावत--
पीतळणौ नै फेर खजूर रौ--फिसलना बुरा है किन्तु खजूर वृक्ष से फिसल जाना और भी बुरा है; अत्यधिक पतन व हानि पर। अल्पा.'खजूरड़ी'।
नोट:
पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।
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