सं.स्त्री.
1.अनुसंधान, तलाश, शोध।
- उदा.--देस बिगाड़्यौ राव रौ, फेर विनासी फौज। डर बैठां कांसूं हुवै, राजा लाग्या खोज।--डाढाळा सूर री बात
2.पदचिह्न।
- उदा.--परतख जंबक पेखियां, कोय न जावै भाग। सीहां केरा खोज सूं, मांनीजै डर माग।--बां.दा.
- कहावत--मैंगळ हंदा खोज में, सब ही खोज समाय--हाथी के पदचिह्न में दूसरे सब पद-चिह्न समा जाते हैं। कोई बड़ा कार्य या प्रभाव छोटे-मोटे कार्यों या प्रभावों को अपने में समा लेता है।
3.चिह्न, निशान, पता।
- मुहावरा--खोज जाणौ--
- मुहावरा--1.वंश निर्मूल होना, वंश या कुल काशा होना.
- मुहावरा--2.खोज मिटाणौ--नष्ट करना, नाश करना।
क्रि.प्र.--करणी, लागणी, होणी। सं.पु.--
क्रि.प्र.--देखणौ, पड़णौ, मिळणौ।