सं.स्त्री.
सं.
1.घास।
- उदा.--ते खड़ ऊभा सूकसी, नह चरसी हिरणांह।--बां.दा.
- कहावत--1.खड़ कटाऔ चावै गेलै चलाऔ--चाहे घास कटाओ चाहे रास्ते चलाओ; उतने ही समय में चाहे कुछ भी कार्य करा लो।
- कहावत--2.झड़ जठैई खड़--जहाँ मंद-मंद हल्की वर्षा होगी वहीं अधिक घास होगी; मंद-मंद हल्की वर्षा की फुहारों की प्रशंसा।
2.श्योनक, लोध, सोनापाठी वृक्ष.
4.वन, जंगल।
- उदा.--धेनूं चरतोड़ी धोरां खड़ धाती, ऊखां झरतोड़ी लोरां झड़ आती।--ऊ.का.
5.चलाने या हाँकने की क्रिया या भाव.