सं.स्त्री.
फा.गर्दन
धड़ और सिर को जोड़ने वाला अंग, ग्रीवा।
- मुहावरा--1.गरदन उठाणी--विरोध करना, क्रांति या बगावत करना.
- मुहावरा--2.गरदन उडाणी--गर्दन काट कर मार डालना.
- मुहावरा--3.गरदन ऐंठियोड़ी रै'णी--अभिमान में रहना, कष्ट में रहना.
- मुहावरा--4.गरदन कटणी--बुराई होना, हानि होना, अपमानित होना, गला कटने से मर जाना.
- मुहावरा--5.गरदन काटणी--अपमानित करना, हानि पहुँचाना, गला काट डालना, बुराई करना.
- मुहावरा--6.गरदन झुकणी--लज्जित होना, नम्रता दिखलाई पड़ना.
- मुहावरा--7.गरदन झुकाणी--शर्मा जाना, विनीत या आज्ञाकारी होना, नम्र होना, हार मानना.
- मुहावरा--8.गरदन नी ऊठणी--कमजोरी के कारण सर न उठना, ऐतराज न करना, सह लेना, लज्जित होना.
- मुहावरा--9.गरदन पकड़'र करा लेणौ--जबरन करा लेना.
- मुहावरा--10.गरदन पकड़'र निकाळणौ--बेइज्जती करके या गरदनियां देकर बाहर निकालना, जबरदस्ती निकालना.
- मुहावरा--11.गरदन माथे छुरी फेरणी--हानि पहुँचाना, अनहित करना, तंग करना, बुराई करना, अत्याचार करना.
- मुहावरा--12.गरदन माथै जुऔ धरणौ--जिम्मेदारी लेना, जिम्मेवारी देना या सौंपना.
- मुहावरा--13.गरदन माथै बोझ होणौ--सिर पर बोझ होना, जिम्मेवार होना, बुरा लगना, भार स्वरूप लगना.
- मुहावरा--14.गरदन माथै लेणौ--उत्तरदायित्व लेना.
- मुहावरा--15.गरदन माथै सवार होणौ--पीछे-पीछे लगे रहना.
- मुहावरा--16.गरदन मरोड़णी--गरदन मरोड़ कर जान से मार डालना, दबाव डालना, कष्ट देना.
- मुहावरा--17.गरदन रौ बोझ--उत्तरदायित्व, कर्त्तव्य.
- मुहावरा--18.गरदन हिलण लागणी--बहुत वृद्ध होना.
- मुहावरा--19.गरदन हिलाणी--नाहीं करना।
2.बोतल या किसी प्रकार के अन्य पात्र आदि का ऊपर का संकरा भाग।