HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

गार  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.स्त्री.
सं.गाल
1.गाय, भैंस, बैल आदि के गोबर के साथ मिली हुई चिकनी मिट्टी का सम्मिलित लेप जो घरों के कच्चे आंगन व दीवारों आदि को लीपने के कार्य में लिया जाता है.
2.मिट्टी, रेत
3.कीचड़, पंक।
  • उदा.--सांवण आयउ साहिबा, पगइ विलूंबी गार। ब्रच्छ विलूंबी बेलड़्‌यां, नरां विलूंबी नार।--ढो.मा.
4.दलदल।
  • उदा.--कांकर करहौ गार गज, थळ हैवर थाकंत। त्रिहूं ठौड़ हेकण तरह, चंगौ धवळ चालंत।--बां.दा.
5.दीवार की चुनाई करने के कार्य में पत्थरों को एक दूसरे पर जोड़ने के लिए लगाया जाने वाला चिकनी गीली मिट्टी का लेप। (मि.'गारौ'--रू.भे.) सं.पु.[अ.गार]
6.गहरा गड्‌ढ़ा.
7.गुफा, कन्दरा।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची