सं.पु.
1.समूह, झुंड।
- उदा.--गाजिया नगारा गयण गाज, भूमी एवासी गया भाज। गैमरां हैमरां थीय गोड़, तरवरां झंगरां दीह तोड़।--विड़द सिंणगार
3.देखो 'गौड़' (रू.भे.) सं.स्त्री.--
5.नदी में वेगपूर्ण प्रवाह की आवाज या ध्वनि.
6.मस्ती की अवस्था में हाथी द्वारा की जाने वाली ध्वनि।
- उदा.--पैदल हैदल पूर सदाई संग चडै, नित नौबत नीसांण गढ़ां सिर गड़गड़ै। गोड़ करै गजराज खंभां नित खोलणा, एता दै किरतार फेर नहिं बोलणा।--अज्ञात