HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

चंड  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
सं.
1 ताप, गर्मी।
2.एक दैत्य जो दुर्गा के हाथों मारा गया था।
3.एक शिव-गण.
4.एक भैरव.
5.राम की सेना का एक बन्दर।
6.सम्राट पृथ्वीराज की सेना का एक सामंत।
7.कुबेर के आठ पुत्रों में से एक (पौराणिक)।
8.कार्तिकेय। सं.स्त्री.--
9.चंडी, देखो 'चंडिका'।
  • उदा.--1..ऊडंड पाखरां भड़ां भुज डंड ब्रह्मंड अड़ै, तुज चड सिहायक झल त्रसुळा, राव ऊथपणा थपण व्रद रड़मलां, करां थारा आज वणै 'कुसळा'।--हटोजी खिड़ियौ
1.तेज, तीक्ष्ण, प्रखर।
2.कठोर, कठिन, विकट।
3.घोर, भयंकर।
  • उदा.--1..वितंड चंड दंड दें उदंड छंडते वहें।--ऊ.का.
  • उदा.--2..अलावुद्दीन रा अनीक नूं चंड चंद्रहास चखावएण री चहै।--वं.भा.
4.बलवान, प्रबल।
वि.--


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची