सं.स्त्री.
1.किसी सांचे या ठप्पे आदि को रंग से पोत कर किसी वस्तु पर दबा कर बनाया हुआ चिह्न, खुदे या उभरे हुए ठप्पे का निशान। क्रि.प्र.--मांडणी, लगाणी।
2.मुहर का चिह्न, मुद्रा। क्रि.प्र.--पड़णी, मंडणी, मांडणी, लगाणी।
3.वैष्णवों द्वारा अपने अंगों पर गर्म धातु से अंकित कराये जाने वाले शंख, चक्र आदि के चिह्न।
4.अन्न राशि पर राख का चूर्णडाल कर बनाया हुआ संकेत-चिह्न।
5.गेय गीतों में गीतकार का नाम। क्रि.प्र.--लगाणी।
6.चित्र, तसबीर। क्रि.प्र.--कोरणी, बणाणी, भरणी, मांडणी।