सं.स्त्री.
1.चम्मच के आकार का किन्तु चम्मच से अधिक गहरा व बड़ा छेददार छानने का एक उपकरण।
2.धन, दौलत, संपत्ति।
- उदा.--जंतर जर हरणूं अभ्यंतर जड़ियौ। पीतम प्यारी नै परहरणूं पड़ियौ।--ऊ.का.
3.वृद्धावस्था। (सं.जरायु)
4.वह झिल्ली जिसमें गर्भस्थ बालक रहता और पुष्ट होता है। आँवल। सं.पु.(सं.)
5.सोना, स्वर्ण।
- उदा.--1..सुरख जंगाळी सांवळी, सांवळी जीकु करण जंजाळ। चौथी जर री चमकती, भळकै बिंदली भाळ।--अज्ञात
- उदा.--2..जर तार चिगां साइवांन जास। परगटे जांण बहु रवि प्रकास।--सू.प्र.
6.लोहे का मुरचा (अलवर) (सं.ज्वर)