क्रि.वि.
अ.
थोड़ा, कम। वि.(सं.जरायुज)
1.गर्भ से उत्पन्न होने वाले।
- उदा.--अंडज्ज, स्वेदज्ज जरा उद्भिज्ज, माया सब तूझ म भूलब मूझ्झ।--ह.र.
- उदा.--1..तरै रावळ मन मांहै जांणियौ जु जरा तौ नैड़ी आई, यूं ही मर जाईजसी, किणीक सूल नांम रहै तिका वात कीजै।--नैणसी
- उदा.--2..तन दुख नीर तड़ाग, रोज बिहंगम रूंखड़ौ। विसन सली-मुख बाग, जरा बरक ऊतर जबळ।--बां.दा.
सं.स्त्री.(सं.) वृद्धावस्था, बुढ़ापा।