सं.पु.
सं.
1.वेग, तेजी।
- उदा.--जिसौ नूर नरपती इसौ सांमंत सूर नर। जव जैसोइ जंगमां सोभि तैसैइ मद सिंधुर।--रा.रू.
2.एक प्रकार का अनाज जो प्राय: समस्त उष्ण तथा समप्रकृतिस्थ स्थानों में होता है। इसका पौधा बिल्कुल गेहूँ का सा होता है। जौ.
3.अंगुल का आठवाँ भाग (जैन)
4.कन्या को पहनाई जाने वाली एक प्रकार की चोली (जैन)
5.इस नाम का एक मनुष्य (जैन)
6.उँगली में होने वाली जौ के आकार की एक रेखा, एक सामुद्रिक चिह्न (शुभ) क्रि.वि.--शीघ्र (ह.नां.) देखो 'जब' (रू.भे.)