सं.स्त्री.
फा.
1.बेल-बूटे आदि छपी हुई अथवा रंगीन एक प्रकार की मोटी चादर जो फर्श पर बिछाने के काम आती है।
- उदा.--ढोलोजी उमर री पाखती जाजम ऊपरै जाय बैठा।--ढो.मा.
- मुहावरा--1.जाजम उलटणी (पलटणी)
1.किसी प्रबन्ध को नष्ट-भ्रष्ट करना। व्यवस्था बदल देना।
2.जाजम जमणी--किसी कार्य के अच्छे ढंग से प्रबन्ध होना, सुव्यवस्था होना।