सं.पु.
पंजाब, सिंध, राजपूताने और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में फैली हुई भारतवर्ष की एक प्रसिद्ध जाति या इस जाति का व्यक्ति।
- कहावत--जाट जठै ही थाट--जहां जाट अधिक बसते हैं वहां ठाठ होता है। अधिकतर जाट कृषि कार्य करते हैं अत: उस गांव के लोग प्राय: संपन्न होते हैं।
रू.भे.
जट, जट्ट, जट्टि, जट्टी, जट्ठी, जाटव, जाटू।