सं.पु.
1.प्राय: खेतों, मैदानों और अंधेरे स्थानों में पाया जाने वाला एक प्रसिद्ध छोटा कीड़ा जो कई रंगों का होता है। यह तेज आवाज में झींझीं की ध्वनि निकालता है जो बरसात में अधिक सुनाई देती है, झींगुर, झिल्ली.
2.झींगुर या झिल्ली की आवाज।
- उदा.--गहरौ गहकै है, डेडरा डहकै है, मोरां रौ सोर, झिल्ली रौ झिंगोर, वळै बोलै चातक, विरही जनां घातक।--र.हमीर
3.मस्ती में झूमने अथवा किलोल करने का भाव, मस्ती।
- उदा.--1..जठै राज हंसां कळ हंसां री केळ है, बतक सर घिरट हंजा तरै है, सारसां रा टोळा झिंगोर करै है, छोटा मीन जिकै एक-एक रै लारै धावै है।--र.हमीर
- उदा.--2..दादरा डरराट करै छै, मोरिया झिंगोर खायनै रह्या छै।--जखड़ा मुखड़ा भाटी री बात
- उदा.--3..भंवरा ऊपर गुंजार कर रहिया छै। सारसां बोल रही छै। मयूर झिंगोर करै छै।--डाढाळा सूर री बात
रू.भे.
झिंगौर, झिगौर, झींगर, झींगोर, झींगौर, झीगोर, झीगौर।