सं.पु.
सं.डम
एक जाति जो मांगलिक अवसरों पर लोगों के यहाँ गाती बजाती है, ढाढ़ी, डोम, ढोली।
- उदा.--जिण समय तीनसै घरां री बसती रा बूंदी ग्रांम में जिकण बापी बणाई डूम नूं दीधी तिण कारण डूमड़ाबाई कहीजै।--वं.भा.
- मुहावरा--1.डूम कीं जांणै तौ बखांणै--डोम कुछ जाने तो वर्णन करे, अज्ञानी के प्रति.
- मुहावरा--2.डूमणी रै रोवण में ही राग--डोमनी के रोने पर भी राग निकलती है। किसी बात को स्वाभाविक ढंग पर कहते हुए भी उसमें किसी विशेष बात की ओर संकेत कर देने पर.
रू.भे.
डुंब, डूंब, डूंम, डूब, डूमल, डोम।
अल्पा.
डुंबड़ियौ, डुंबड़ौ, डूंबड़ियौ, डूंबड़ौ, डूंमड़ियौ, डूंमड़ौ, डूबड़ियौ, डूबड़ौ, डूमड़ियौ, डूमड़ौ, डूमल, डूमलियौ, डूमलौ, डोमड़ियौ, डोमड़ौ। मह.--डूंमड़, डूमड़, ्रडोमड़।