सं.स्त्री.
1.मिट्टी का बना ढकने का उपकरण जिसके एक ओर बीच में पकड़ने के लिये उभरा हुआ भाग होता है।
- मुहावरा--ढाकणी में नाक डुबोणौ--लज्जा के मारे मर जाना, शर्म के मारे मुँह न दिखाना।
2.आच्छादन, ढकन।
- उदा.--अला एकण ढाकणी, सब दुनियां ढाकी।--केसोदास गाडण
3.घुटने के जोड़ पर की गोल हड्डी, जांबील।
4.देखो 'ढाकणौ' (अल्पा., रू.भे.)
रू.भे.
ढंकणी, ढकणी, ढांकणी, ढांपणी।