सं.पु.
सं.
1.किनारा, कूल, तीर।
- उदा.--ज्यां थारै तट जाय, उदर भर पीधौ उदक। मिनख जिकै फिर माय, आया नह जननी उदर।--बां.दा.
2.सीमा, हद।
- उदा.--ह्वै करत कूक हजार, पड़ि ठौड़ ठौड़ पुकार। दळ दहल ऊजड़ि देस, चढ़ि तटां लोक चलेस।--सू.प्र.
3.महादेव (अ.मा.) क्रि.वि.--
1.पास, निकट, समीप।
- उदा.--कट तट ओप निखंग कोट छिब कांम की। रूप अनूप सचूप यसी दुति रांम की।--र.ज.प्र.