सं.स्त्री.
सं.तरवारि
लोहे की मोटी पत्ती का लम्बा एक धारदार हथियार जिसके प्रहार से वस्तुएं कट जाती हैं। तलवार, असि।
- उदा.--रथ तांम थांम तेखंत रवि, उडै रीठ तरवारियां। घण करै पार जरदां घटा, करदां छुरां कटारियां।--सू.प्र.
1.तरवार काढ़णी --देखो 'तरवार खींचणी'।
2.तरवार खींचणी--तलवार को म्यान से बाहर करना, युद्ध के लिए ललकारना।
3.तरवार जड़णी--तलवार मारना, तलवार से प्रहार करना.
4.तरवार तोलणी--तलवार संभालना, वार का अंदाल देखना.
5.तरवार बजाणी--युद्ध करना.
6.तरवार माथै हाथ पड़णौ--तलवार संभालना, क्रोधित होना.
7.तरवार म्यांन में रखणी--शांति धारण करना, युद्ध रोकना.
8.तरवार री धार चलणौ--कठिन परिश्रम करना, कड़ी तपस्या करना.
9.तरवार रै घाट उतारणौ--तलवार के प्रहार से मारना, यमलोक पहुँचाना.
10.तरवार रौ धणी--वीर, बहादुर.
1.अपना शस्त्र बल दिखलाना,
12.तरवार रौ हाथ दिखाणौ--तलवार का दाव दिखाना, प्रहार करना, वार करना।
- कहावत--1.तरवार रौ घाव भर ज्यावै पण बात रौ कोनी भरै--तलवार का घाव भर जाता है परंतु बात का घाव कभी नहीं भरता। किसी चुभती हुई बात का लगा घाव जन्मपर्यन्त नहीं मिटता.
- कहावत--2.तरवार बाजी आछी पण दांताकची खोटी--तलवार का चलना अच्छा परन्तु केवल वाक्युद्ध या तू-तू मैं-मैं होना ठीक नहीं। शस्त्र द्वारा लड़ने से फैसला शीघ्र हो सकता है परंतु केवल मुंह से झगड़ने से कोई प्रयोजन हल नहीं होता, उलटा वैर ही बढ़ता रहता है।
2.तलवार के आकार का एक प्रकार का औजार जिससे बगीचों में दोब काटी जाती है।
रू.भे.
तरुआर, तरुआरइ, तरुआरि, तरुवारि, तरुवारी, तरुआर, तरुआरि, तरुयारि, तलवार।
पर्याय.--असमर, असि, आभानरां, आसुधर, ऐराक, कड़बांधी, करठाळग, करताळीक, करद, करमचड़ी, करमर, करवाळ, किरमाळ, केवांण, कोखियक, क्रग, क्रपांण, खग, खळकाळ, खांडहळ, खांडौ, खाग, घाव, चंद्रहास, जडळग, जनेब, झटसार, डोढ़हती, तिजड़ तेग, दुजड़, दुधार, दुधारौ, धड़च, धजवड़, धाराळी, धारुजळ, धूप, निसतेयस, निसत्रंस, नाराज, प्रभावंक, प्रहास, पांडीस, पाती, बांक, बांणास, बाढ़कढ़, बाढ़ाळी, बीजळ, बीजूजळ, भुजळग, मंडळाग्र, माळबंधण, मूछाळी, मूठाळी, रूक, लपट, लोह, लोहसार, विजड़, सगत, समसेर, सारंग, सार, सुजड़, सुधवट्टी, हैजम। मु.--