सं.स्त्री.
1.बड़ी माता, पिता के बड़े भाई की पत्नी।
- उदा.--मारण मारण समझे मूरख, तारण लखै न ताई नै। रात दिन हिंसा सूं राजी, कर दे मात कसाई नै।--ऊ.का.
2.कपड़ा बुनने वाली एक जाति (नळदवदंती रास, व.स.)
4.(सं.आततायी) दुष्ट, असुर।
- उदा.--सेहाई संतां सेवगां ताई देणा तापरां। औनाड़ा राघौ भू अखै, पांणां धाड़ा आपरां।--र.ज.प्र.
5.शत्रु, दुश्मन।
- उदा.--1..ताइयां खांति तरवारियां भांत तह। लड़ण कजि दियंतौ सुपह सुजि वीत लह।--हा.झा.
- उदा.--2..चवै अेम जैमाल चीतौड़ मत चळवळै, हेड़ दूं अरीदाळ न दूं हाथै। ताहरै कमळ पग चढ़ै नह ताइयां, मांहरै कमळ जां खवां माथै।--राठौड़ जैमल वीरमदेवोत रौ गीत