सं.स्त्री.
1.खलिहान में साफ किए हुए अनाज का ढेर.
2.साफ की हुई वह समतल भूमि जहाँ खलिहान बनाया जाता है। (मि.वळाव)
3.खलिहान में अनाज के रूप में किसानों से जागीरदार द्वारा लिया जाने वाला कर.
4.गिलहरी (मेवाड़)
- कहावत--ताली री दौड़ पीपळी तांई--गिलहरी पर जब आपत्ति आती है तो वह दौड़ कर पास के वृक्ष पर चढ़ जाती है। यही उसका एक मात्र सहारा है। किसी निर्बल एवं असहाय व्यक्ति का सीमित सहारा होने पर यह कहावत कही जाती है। (मि.मियां री दौड़ मसजिद तांई।)