सं.पु.
अ.दल्लाल
1.वह व्यक्ति जो किसी वस्तु के विनिमय अर्थात क्रय या विक्रय में सहायता दे, मध्यस्थ।
- उदा.--अे दलाल अे खुड़दिया, हुंडी वाळ बजाज। अे हिज करै पसारटौ, केवल धन रै काज।--बां.दा.
2.वह व्यक्ति जो किसी कार्य को सिद्धि के लिये दो पक्षों के बीच मध्यस्थता करता है या सहायता देता है। वि.वि.--दलाल अपने लिये आर्थिक लाभ के उद्देश्य से मध्यस्थता करता है। वि.--विशाल हृदय, उदार।