सं.पु.
देश.
1.एक प्रकार का आभूषण विशेष (व.स.) (सं.दोस)
3.शक्ति, बल।
- उदा.--कळिया गाडा काढ़तौ, दे कांधौ बड दोर। हव धवळौ बूढ़ौ हुवौ, जगपत सूं की जोर।--बां.दा.
4.देखो 'दौर' (रू.भे)
- उदा.--1..जोरा रा भड़ जस जोड़ास जेठी, दळ वधता जोरा रा दोर। जोरा रा तोरा जोरावर, जोरा रा रावत भी जोर।--जोरावसिंह ऊदावत रौ गीत
- उदा.--2..पदमसिंहजी रणखेत में बैठा छै। इतरै में जादूराय आय माथै रै मांही तरवार री दीवी, सो माथौ फाड़ त्रिकुटी आंण बैठी। इतरै में महाराज बैठा ही लप झड़प मारी सो बागै रा दोर हाथ में आया, तींसूं मुंहडै आगै आंण पड़ियौ। जद आप अेक--दोय कटार मारी सो कांम सारौ सीझ गयौ।--पदमसिंह री वात
- उदा.--3..जेळै कई बब्बर जोर। दिखावत वायु वरब्बर दोर। रथां पलटाय पछा प्रति राह। अछा झपटाय कहावत वाह।--मे.म.