सं.पु.
सं.
1.गोकुल के गोपों के मुखिया, जिनके यहाँ श्रीकृष्ण का जन्म काल बीता था।
2.मगध देश के राजाओं की उपाधि, जो विक्रम से 250 वर्ष पूर्व राज्य करते थे.
3.पुत्र, लड़का (डिं.को.)
- उदा.--1..वसिस्ठ आय जेण वार, ग्यांन कीध धू--मती। दईव सेस तूझ नंद, भै न कोइ भूपती।--सू.प्र.
- उदा.--2..नंद 'गुमांन' सदा निकळंकत, बाधै छत्रधरां इण वार। कर आचार ऊजळौ कीधौ, इळ 'गजबंध' तणौ आचार।--बां.दा.
8.धृतराष्ट्र के एक पुत्र का नाम.
9.आदि गुरु त्रिकल (ढगण के एक भेद का नाम ऽ।) (पिंगळ)
11.एक राग का नाम, जिसे मालकौंस का पुत्र मानते हैं.
12.ग्यारह अंगुल लंबी बांसुरियों का एक भेद विशेष.
13.नौ निधियों में से एक निधि का नाम.