वि.
सं.नग्ना
1.जिसके शरीर पर कोई वस्त्र न हो, वस्त्रहीना, नग्ना।
- उदा.--इसी म्हारी लंबी सीरख कोयनी, थे जांणौ ई हौ। आगै जाय'र मनै मिळै तौ खाली पंदरै रुपट्टी ही है। नागी क्या धोवै क्या निचोवै?--वरसगांठ
2.कुलटा, व्यभिचारिणी।
- उदा.--हंसियौ जग आसक हुए, वसियौ खोवण वीत। रसियौ नागी रांड सूं, फसियौ होण फजीत।--बां.दा.
3.बिना शर्म वाली, निर्लज्जा।
- उदा.--च्यारूं खांण चतुर लख जाती, भूख सबन के लागी। देवत दांनव मांनव मोनी, कोइयन छोड्या इण नागी।--स्त्री सुखरांमजी महाराज
4.जिस पर किसी प्रकार का आवरण न हो, निरावरणा। ज्यूं--नागी तरवार।