सं.पु.
अ.
1.रुपए के चौथाई भाग के बराबर अथवा चार आने (25 नए पैसे) के बराबर का एक सिक्का जो मुगलों के राज्य काल में प्रचलित था।
2.न्यौछावर करने की क्रिया या भाव।
3.यवन।
- उदा.--अंग्रेज, पुरतगीज, दिलदेज, फरासीस, फिरंगी, डीगमार, गुरजी, इस्काटलैंड, जरमनी, चिलबी, कुतबी, उरैसी ऐ बारै टोपी निसारां री।--बां.दा.ख्यात
4.निकलना क्रिया या निकलने का स्थान। वि.--
2.देखो 'निस्सार' (रू.भे.)