सं.स्त्री.
फा.
1.अप्सरा (अ.मा.)
- उदा.--परी वरी स्रुग वसै 'दळपत्ति'। उसी हिज केहर' कीध उकत्ति।--सू.प्र.
2.कोहकाफ पर्वत पर रहने वाली वे कल्पित स्त्रियां जो बहुत सुन्दर मानी जाती हैं और जिनके दोनों कंधों पर पर लगे रहते हैं।
4.एक प्रकार का बांण (अ.मा.)
5.देखो 'परौ' का स्त्री.।
- उदा.--इतरी इवै कही तद नायण कही तौ हालौ आपां अठै सूं परी हालां। तद ऐ अठै सुं उठ अर नदी आई।--चौबोली
पर्याय.--अच्छर, खीं, बारंगा, सारंगा, सारिका, सुरति।