सं.पु.
सं.पुरलेपनम्
1.रोटी को बेलते समय लोई या चकले पर लगाया जाने वाला सूखा आटा जिससे बेलन या चकले पर गीला आटा चिपकता नहीं है। क्रि.प्र.--लगणौ, लागणौ।
2.वह व्यर्थ का व्यय जो किसी बड़े व्यय के पश्चात् छोटे व्यय के रूप में और हो जाता है। क्रि.प्र.--दैणौ, लगाणौ, लागणौ, होणौ।
- मुहावरा--खुद रौ पलोथण लगाणौ--खुद का खर्चा करना, व्यय वहन करना।
रू.भे.
पलेथण, पलेथन, पलोटन।