HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

पहाड़  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
सं.पुाषाण
1.पर्वत, गिरि (डिं.नां.मा.)
  • मुहावरा--1.पहाड़ उठाणौ--बड़ा काम सिर पर लेना।
  • मुहावरा--2.पहाड़ कटणौ--आफत दूर होना।
  • मुहावरा--3.पहाड़ काटणौ--नामुमकिन काम करना।
  • मुहावरा--4.पहाड़ रा पत्थर ढोणौ--देखो 'पहाड़ काटणौ'।
  • मुहावरा--5.पहाड़ टाळणौ--आफत से जान बचाना।
  • मुहावरा--6.पहाड़ टूटणौ या टूट पड़णौ--एकाएक भारी आफत आ जाना।
  • मुहावरा--7.पहाड़ सूं टक्कर लैणी--भारी शत्रु से सामना करना।
  • मुहावरा--8.पहाड़ हो जाणौ--भारी या कठिन हो जाना।
2.किसी वस्तु का बड़ा भारी ढेर।
रू.भे.
पहार, पाड़, पाहड़, पाहाड़।
अल्पा.
पहाड़ी।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची