सं.स्त्री.
सं.पुत्री
1.तलवार (डिं.को.)
2.स्वर्णकार का औजार विशेष जो लड़ बांधने के काम में आता है।
3.लोहे व अन्य धातु की पतली लीरी, पत्ती।
4.देखो 'पत्र' (1) (अल्पा., रू.भे.)
- उदा.--1..दादू पाती प्रेम की, बिरळा बांचै कोइ। वेद पुरांण पुस्तक पढै, प्रेम बिना क्या होइ।--दादूबांणी
- उदा.--2..बनस्पती, कंदमूल, घास व फळफूल सह बळिया, नीली पाती न रही।--डाढाळा सूर री बात