HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

पीछे, पीछै  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
क्रि.वि.
सं.पुश्चात्‌, प्रा.पच्छ
1.जिस ओर मुंह हो ठीक उसकी विरुद्ध या विपरीत दिशा में आगे या सामने का उलटा, पीठ में। ज्यूं--थूं थारै पीछै देख कुण ऊभौ है।
  • मुहावरा--1.पीछै आणौ। देखो 'पीछै चलणौ'।
  • मुहावरा--2.पीछै करणौ--भेद लेने हेतु पीछे भेजना, किसी को पकड़ने हेतु उसके पीछे भेजना।
  • मुहावरा--3.पीछै चलणौ--नकल करना, अनुकरण करना, किसी का अनुगामी या अनुयायी होना।
  • मुहावरा--4.पीछै छूटणौ--राह में चलते-चलते पीछे रह जाना, भेद लेने के लिए जासूस होना, किसी आदमी को पकड़ने के लिए किसी को भेजना। किसी का भेद या रहस्य आदि जानने के लिए किसी का नियुक्त किया जाना या होना।
  • मुहावरा--5.पछै छोडणौ--किसी को पकड़ने के लिए किसी को भेजना या दौड़ाना। किसी का पीछा करने के लिए किसी को भेजना, जासूस या भेदिया बनाकर किसी को किसी के पीछे लगाना। गुप्त रूप से किसी के साथ रह कर उसका भेद या उसके कार्यों की जानकारी लेने के लिए किसी को नियुक्त करना। किसी विषय में औरों से बढ़ कर इस प्रकार आगे हो जाना कि और लोग उसकी तुलना न कर सकें। अपने विपक्षी को पद, कौशल आदि में पीछे रखना।
  • मुहावरा--6.पीछै जाणौ--किसी का पीछा करना, अपने पूर्वजों के गुणों को अपने अंदर लाना, पूर्वजों के गुणों को धारण करना।
  • मुहावरा--7.पीछै डालणौ--देखो 'पीछै पटकणौ'।
  • मुहावरा--8.पीछै दौड़णौ--किसी का पीछा करना, किसी को पकड़ने के लिए प्रयत्नशील होना, अनुगमन करना।
  • मुहावरा--9.पीछै दौड़ाणौ--पीछे-पीछे भेजना, गए हुए व्यक्ति के पास संदेश भेजना या उसे वापिस बुलाने के लिए किसी को उसके पीछे भेजना, भागे हुए या जाते हुए को पकड़ लाने के लिए किसी को भेजना, भागे हुए का पीछा करने के लिए किसी को भेजना।
  • मुहावरा--10.पीछै पड़णौ--किसी कार्य को कर डालने पर तुल जाना, किसी कार्य को कर डालने के लिए अविराम परिश्रम करना, निरन्तर कार्य को करने में जुट जाना, कोई काम करने के लिए किसी को बार-बार कहते रहना, किसी को बहुत अधिक तंग करना या परेशान करना, अवसर पाकर किसी की बुराई करते रहना, किसी का नुकसान करने के लिए सदैव कटिबद्ध होना, किसी कार्य की सफलता के लिए आग्रहयुक्त होना।
  • मुहावरा--11.पीछै पटकणौ--भविष्य की आवश्यकता के लिए अपनी कमाई में से धन की बचत करना, आगे के लिए संचित करना, भविष्य में पूरा करने के लिए किसी कार्य को रख छोड़ना, पीछे दौड़ाना, पीछा करवाना।
  • मुहावरा--12.पीछै भेजणौ--भेदिया लगाना, किसी को पकड़ने के लिए आदमी भेजना।
  • मुहावरा--13.पीछै लगणौ--देखो 'पीछै लागणौ'।
  • मुहावरा--14.पीछै लगाणौ--आश्रय देना, साथ कर लेना, अनिष्ट या दुःखप्रद वस्तु से सबन्ध कर लेना, किसी को सहारा या आश्रय देना, अकारण अपने पर आफत लेना, साथ भेजना।
  • मुहावरा--15.पीछै लागणौ--किसी स्वार्थवश किसी के पीछे पीछे चलना, आश्रय लेना, साथ-साथ चलना, पीछे-पीछे घूमना, साथ-साथ चलना, पीछा करना, किसी अनिष्ट या अप्रिय वस्तु का संबन्ध हो जाना, रोग कष्टादि का दीर्घकाल तक बना रहना।
  • मुहावरा--16.पीछै होणौ--अनुकरण करना, आश्रय लेना।
2.पीठ की ओर कुछ दूरी पर, कुछ दूर पर। ज्यूं.--थे अठा तांई आ गया, घंटाघर घणौ पीछै रै'गयौ।
3.देश या कालक्रम में किसी के पश्चात्‌ या बाद में, स्थिति या घटना के विचार से किसी के अनंतर, कुछ दूर या कुछ समय बाद, पश्चात्‌, अनंतर, उपरांत।
4.किसी की अनुपस्थिति या अभाव में, किसी की अविद्यमानता में। ज्यूं--किणी रै पीछै किणी री बुराई करणी ठीक नहीं है।
5.अंत में, आखिर में।
6.प्रति व्यक्ति या इकाई में हिसाब से। ज्यूं--अब रासन में भी आदमी पीछै, एक पाव आटौ मिळै है।
8.किसी अर्थ से, किसी कारण से, निमित्त, लिए, वास्ते। ज्यूं.--थारै पीछै म्हैं घणौ आरांम में हूं।
9.मरणोपरांत, बाद में।
रू.भे.
पीछ।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची