सं.स्त्री.
सं.पिपासा
1.जल पीने की इच्छा, तृषा, पिपासा।
- उदा.--क्षुधा प्यासा भासा दुसहकर आसा दुख खगें। अधरमी धार है, सरब सुखकारी मुख अगें।--ऊ.का.
किसी वस्तु की प्राप्ति की प्रबल इच्छा, कामना। --पर्या.--त्रसा, त्रटपांन, पिपासा।
क्रि.प्र
बुझणी, बुझाणी, मरणी, मारणी, मिटणी, मिटाणी, लगणी, लगाणी।