HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

प्रतिबिंब  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
सं.पुरतिबिंबनम्‌
1.किसी पदार्थ या वस्तु की पारदर्शक तल से दिखाई पड़ने वाली आकृति, परछाई, प्रतिछाया।
  • उदा.--आइस्यै जाइ साथि सु चढ़ि चढ़ि आया, तुरी लाग ले ताकि तिम। सिलह मांहि गरकाब संपेखी, जोध मुकुर प्रतिबिंब जिम।--वेलि.
  • उदा.--2..समस्त मनुस्य छै, त्यां सिघळां हरी आंखि स्रीक्रस्ण जी रा मुख सौं द्रस्टि लागि रही छै। ताकौ द्रस्टांत। जैसे समुद्र कै विखै चंद्रमा का प्रतिबिंब नै मछली सब लागि रहै छै ।--वेलि.टी.
3..पाड़ता चतुरंग चक्र मेघ माळा। मैं चंचळा रा चपळ भाव मैं चूक पाड़तां चंद्रहास चलाया।--वं.भा.
रू.भे.
पडिबिंब, प्रतबंब, प्रतबिंब, प्रतिबंब, प्रतिब्यूंब, प्रतिव्यंब।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची