सं.स्त्री.
सं.पुथा
1.राजा कुंतीभोज की पुत्री, जिसका विवाह पांडु के साथ सम्पन्न हुआ था। यह युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन की माता थी। (सं.)
2.किसी उत्सव विशेष को मनाने के लिये पुराने समय से चली आ रही परिपाटी, परंपरा।
3.विशेष अवसरों पर कार्य सम्पादन करने की परिपाटी, परम्परा।
4.किसी देश समाज या जाति में सर्वमान्य पुरानी रीति, जिसका उल्लंघन करना अनुचित माना जाता है।