HyperLink
वांछित शब्द लिख कर सर्च बटन क्लिक करें
 

प्रस्ताव  
शब्दभेद/रूपभेद
व्युत्पत्ति
शब्दार्थ एवं प्रयोग
सं.पु.
सं.पुरस्ताव:
1.अवसर, मौका।
  • उदा.--1..इण प्रस्ताव पूनौ तौ राव जी कनै गयौ। उठै राव जी नागौर रौ कोट छोड़नै बाहिर आया। भाटियां री फोज आई। ताहरां राव जी सांम्हां जाय नै लड़िया। रावजी कांम आया।--नैणसी
  • उदा.--2..जद स्वांमीजी एक टोपसी में सपेतौ हुंतौ इतलै वायरौ वाज्यौ। एहवौ प्रस्ताव देखनै आप गाथा जोड़ता थका ईज बोल्या।--भि.द्र.
2.समय।
  • उदा.--1..अेकदा प्रस्ताव राव जोधौ जी दरबार कियां विराजै।--द.दा.
  • उदा.--2..एकणि प्रस्ताव पातिसाह, स्रीसेरसाह, सलेमसाह बाप बेटौ दोअू विखै पड़ियै राव लूणकरण कन्है चाकरी वीकानेर आय रहिया हूता।--द.वि.
3.चर्चा, जिक्र, वर्णन।
4.प्रकरण, अध्याय।
  • उदा.--इति स्री खट-रिति रै वात बणाव रौ दूसरौ प्रस्ताव पूरौ हुऔ।--रा.सा.सं.
5.भूमिका, उपक्रम।
6.आरंभ, शुरुआत।
  • उदा.--केतली प्रतिमा कह नी वलि, किण भराव्यउ भाव सुं। ए कउण नगरी किण प्रतिस्ठी, ते कहुं प्रस्ताव सुं।--स.कु.
7.वह उद्देश्य, नई बात या योजना जो विचारार्थ सामने रखी जाय, सलाह।
8.विषय, प्रसंग।
रू.भे.
परसताव, पस्ताव, प्रसताव, प्रसथाव, प्रस्तावि, प्रस्तावौ, प्रस्थाव।


नोट: पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संकलित वृहत राजस्थानी सबदकोश मे आपका स्वागत है। सागर-मंथन जैसे इस विशाल कार्य मे कंप्युटर द्वारा ऑटोमैशन के फलस्वरूप आई गलतियों को सुधारने के क्रम मे आपका अमूल्य सहयोग होगा कि यदि आपको कोई शब्द विशेष नहीं मिले अथवा उनके अर्थ गलत मिलें या अनैक अर्थ आपस मे जुड़े हुए मिलें तो कृपया admin@charans.org पर ईमेल द्वारा सूचित करें। हार्दिक आभार।






राजस्थानी भाषा, व्याकरण एवं इतिहास

Project | About Us | Contact Us | Feedback | Donate | संक्षेपाक्षर सूची