सं.पु.
सं.फाल्गुन:
1.फाल्गुन मास में समवयस्कों द्वारा खेला जाने वाला खेल जिसमें एक दूसरे पर रंग या गुलाल डालते हैं।
- उदा.--1..माघ मास ठंढ़ै जळ न्हायी, फागण फाग न खेली हो रांम।--लो.गी.
- उदा.--2..अस्र गुलाब अबीर उडायौ, सस्र पिचरका छिब सरसायौ वीर नाद सोई चंग बजायौ, रंग फाग सम जंग रचायौ।--ऊ.का.
2.फाल्गुन मास में गाए जाने गीत जो प्राय: अश्लील होते हैं।
- उदा.--तठा उपरांति करि नैं राजांन सिलांमति सारीखा साथ री टोळियां कियां--थकां झूल-गैतूळ पड़ि नै रहिआ छै। केसरिआ वणाव कीआं थकां आगै वखांणी तिण भांति री नाइका पात्रां रा ढूल चलीआ जायै छै। डफ, चंग, मुहचंग बाजि नैं रहिआ छै। वीणा, ताळ, म्रदंग बाज रहिआ छै। वांसली वाजि रही छै। ढोलकां बाजि रही छै, फाग गाइजै छै, फाग खेलीजै छै। नाचीजै छै।--रा.सा.सं.
3.फाल्गुन मास में होने वाला उत्सव।