सं.स्त्री.
सं.वर यात्रा
1.विवाह के समय दुल्हे के साथ जाने वाला, उसके इष्ट--मित्रों या सगे सम्बन्धियों का संघ, झुण्ड।
- उदा.--अर आवस्यक क्रत्य बणि सकियौ जिकौ करि दसोरथी फोज चाली जांणि दो ही बरातां प्रात ही बिदा कीधी।--वं.भा.
रू.भे.
बारात, भरात, भराथ, वरात।
क्रि.प्र.--आणी, चढ़णी, जीमणी, निकलणी।