वि.
सं.पुरभुत.प्रा.पहुत्त
1.जो गिनती में एक दो से ज्यादा हो, अनेक। (डिं.को.)
2.जोन मात्रा व परिमाण में अधिक हो, अतिशय, अत्यन्त, थोड़े का विपर्याय।
- उदा.--बहुत दिलासा दाखतै, साह दिया सिरपाव। सिर पर हुकम चढ़ाय लौ, कीधौ प्रथम कहाव।--रा.रू.
- मुहावरा--बहुत अच्छी=संतोषजनक, सराहनीय, स्वीकृती सूचक।
3.विपुल, प्रचुर, पयाप्ति, काफी।
5.समूह। (अ.मा., ह.नां.मा.)
रू.भे.
बह, बहत, बहत्त, बहु, बहुत्त, बहुय, बहुवै, बहू, बहूत, बहूय, बहौत, बहौ, बहौत, बोत बोहत, बोहोत, बौहोत, ब्हौ, भोत भौत, वहौ, वहौत।