सं.पु.
सं.वल
1.प्रियतम, प्रिय, प्यारा।
- उदा.--चंचल चपला सी चितवन चिरताली, निरणै निगमागम नागम निरताळी। मादा मरजादा जादा मदमस्ती, बेली अलबेली छैली छदमस्ती।--ऊ.का.
2.मित्र, दोस्त, साथी, हमराह।
- उदा.--1..एक चांकीदार कही--जै चूकूं नहीं तो इनमें सिवा है। होळे सी बेली नूं कही।--महाराजा जयसिंह री वारता
- उदा.--2..अबै म्हारा बेलियां, जीवता रह्या तो फेर मिळांला। थारौ औ औसांण कदेई नीं पांतरूं के थें म्हारी मिनख जमारौ सुफळ अर सारथक करियौ।--फुलवाड़ी
3.रक्षक, मददगार, सहायक।
- उदा.--1..जी हां सांच बोलतौ जुजिठळ। सांच तणौ बेली किसन।--ह.नां.मा.
- उदा.--2..पछै घणी रै सांमी देखनै बोली--म्हारौ ओरणौ बिछायदूं, अठै सूय जावौ। अपांरौ अबै रांम बेली है। राजा नै आसरौ रैयत रौ, रजपूत ने आसरौ तरवार रौ, साहुकार ने आसरौ धन रौ, बांमण नै आसरौ विद्य रौ अर गरीब नै आसरौ भगवांन रौ।--फुलवाड़ी
- उदा.--3..पांच जणा भेळा छां तौ टहल ही करां छां, बाहर गया कुण बेली होय।--साह रांमदत्त री वारता
- उदा.--4..बळ थकां अबखी बखत बेली, तवै जगत तमांम। नित 'किसन' किव रट नांम निरभै, रसन स्रीरघुरांम।--र.ज.प्र.
4.सेवक, दास, भृत्य।
- उदा.--बेली अन ठाकूर विया, दे चल्ले दग्गे। 'जैसंघ' 'जसवंत' सारखा, त्रप लग्गा मग्गे।--द.दा.
5.मनुष्य।
- उदा.--लाखूं मण धांन निपजायनै ई उणरी भूख नीं मिटी तौ म्हां भोळां जीवां नै मार्यां घण रै कांई सांधौ लागैला। आप आपरा बेलियां नै समझावौ कोनी के'वौ जिनावरां री क्यूं हित्यावां करै।--फुलवाड़ी
6.द्वारा पर बाहर की ओर लगाया जाने वाला लंबा पत्थर।
8.देखो 'बेल' (रू.भे.)
- उदा.--1..स्यांम बिना जियड़ौ मुरझावै, जैसे जळ बिन बेली। मीरां के प्रभु दरसण दीज्यौ, जनम की चेली।--मीरां
- उदा.--2..बेली तरळां तरां विलूंबी, बण हरियाळी वीसवसा। न्नप ब्रखभांण तणा हर नागर, उपवन जौवण जोग इसा।--बां.दा.